November 22, 2024

स्वैच्छिक रक्तदान पंजीकरण को लेकर उत्तराखंड ने स्थापित किया कीर्तिमान, विश्व रक्तदाता दिवस पर 4063 से अधिक लोगों ने किया रजिस्ट्रेशन।

देहरादून

विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर उत्तराखंड ने आज स्वैच्छिक रक्तदान पंजीकरण में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राज्य में 4063 से अधिक लोगों ने रक्तदान के लिये पंजीकरण कर देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ा है। सूबे में रक्तदान पंजीकरण को लेकर लोगों में उत्साह को देखते हुये पंजीकरण अभियान को एक माह तक संचालित किया जायेगा और इस अभियान के अंतर्गत 50 हजार लोगों का पंजीकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ताकि राज्य में ब्लड डोनरों का एक बड़ा समूह तैयार किया जा सके। इसके लिये इच्छुक रक्तदाता को ई-रक्तकोष एवं आरोग्य सेतु ऐप/पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।

सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने बताया कि विश्व रक्तदाता दिवस पर आज स्वैच्छिक रक्तदान पंजीकरण में उत्तराखंड ने कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 4063 से अधिक लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान के लिये पंजीकरण किया है जो कि देशभर में सर्वाधिक है। डॉ0 रावत ने बताया कि राज्य में स्वैच्छिक रक्तदान के लिये सर्वाधिक पंजीकरण हरिद्वार जनपद में किया गया। जहां 1046 लोगों ने रक्तदान के लिये अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर में 541, देहरादून में 508, पिथौरागढ़ में 339, नैनीताल में 274, पौड़ी गढ़वाल में 249, चम्पावत में 246, उत्तरकाशी में 244, अल्मोड़ा में 174, बागेश्वर में 172, टिहरी गढ़वाल में 167, चमोली में 59 एवं रूद्रप्रयाग में 44 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान के लिये पंजीकरण किया है। विभागीय मंत्री ने कहा कि रक्तदान पंजीकरण को लेकर लोगों में उत्साह को देखते हुये राज्य में एक माह तक रक्तदान पंजीकरण अभियान संचालित किया जायेगा, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि अभियान के अंतर्गत एक माह में 50 हजार लोगों के पंजीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ताकि राज्य में रक्तदाताओं का एक बड़ा समूह तैयार किया जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस विशेष अभियान का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को उनके ब्लड ग्रुप की पहचान कराना एवं स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करना है। डॉ0 रावत ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदाता अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शिक्षा विभाग, पंचायतीराज, महिला एवं बाल विकास, उद्योग विभाग सहित शासकीय एवं गैर-शासकीय मेडिकल कॉलेज, गैर-सरकारी संस्थाओं का सहयोग लिया जायेगा। डॉ0 रावत ने स्वैच्छिक रक्तदान पंजीकरण अभियान को और अधिक सफल बनाने के लिये जनप्रतिनिधियों से इस अभियान से जुडने तथा प्रदेश की जनता से अभियान में बढ़-चढ़कर भागीदारी करते हुये ई-रक्तकोष तथा आरोग्य सेतु के माध्यम से अपना ऑनलाइन पंजीकरण कराने की अपील की है।