देहरादून।
उर्जा कर्मचारियों की ओर से बड़ी खबर आ रही थी कि हरक सिंह रावत से वार्ता के बाद उर्जा कर्मचारी संघ के अधिकारी मान गए हैं और उन्होंने हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया है। लेकिन संघ के नेताओं का हड़ताल वापस लेने के फैसले का बिजली कर्मचारी पुरजोर विरोध कर रहे हैं। हड़ताली कर्मचारी मांगे माने जाने तक हड़ताल अड़े हुए हैं।
कर्मचारी संघ अपने कर्मचारियों को हड़ताल वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन हड़ताली कर्मचारी अपने नेता की बात सुनने को राजी नहीं है।
थोड़ी देर पहले ही ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत की ऊर्जा विभाग के कर्मचारी संघों के अधिकारियों से वार्ता की। वार्ता में हरक सिंह ने 1 महीने का समय मांगा। मंत्री हरक सिंह रावत ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी वाजीब मांगों को माना लिया जाएगा।
हरक सिंह रावत के आश्वासन के बाद संघ हड़ताल खत्म करने के लिए मान गए हैं। लेकिन संघ के नेताओं को अपने ही कर्मचारियों का विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारी लिखित आश्वासन दिए जाने की मांग पर अड़े रहे वही देर रात आखिरकार कर्मचारियों के आगे सरकार को झुकना पड़ा और कर्मचारियों को लिखित आश्वासन देना ही पड़ा तब जाकर कर्मचारी मांग गए और
1 महीने तक के लिए हड़ताल को स्थगित कर दिया।
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