देहरादून: केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को पर्वतीय क्षेत्रों के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए उपलब्ध कराए गए दो हेलीकॉप्टर में से एक हेलीकॉप्टर पहुंच चुका है। सुबह हेलीकॉप्टर ने देहरादून से टिहरी गढ़वाल के कोटी कॉलोनी के लिए उड़ान भरी। वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने कोटी के आसपास के जंगलों में लगी आग को बुझाने का कार्य शुरू कर दिया है। 5000 लीटर क्षमता वाली बाम्बी बकेट की मदद से टिहरी झील से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के अंदर पर्वतीय क्षेत्रों के जंगल में बढ़ती आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार से दो हेलीकाप्टर उपलब्घ कराए जाने का अनुरोध किया था। इस संबंध में उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर वार्ता हुई थी।
नरेंद्र नगर वन प्रभाग के अदवाडी और गजा के जंगलों में हेलीकॉप्टर ने पानी डालकर आग बुझाई। हेलीकॉप्टर ने टिहरी झील से पानी भरा। टिहरी के बाद हेलीकॉप्टर पौड़ी रवाना हुआ। वहीं दूसरा हेलीकॉप्टर हल्द्वानी में तैनात रहते, भीमताल झील से पानी लेगा। इस हैलीकॉप्टर से नैनीताल और अल्मोड़ा जिले के जंगलों में लगी आग पर काबू पाया जा सकेगा। 2016 के बाद यह पहला मौका है जब प्रदेश में वनाग्नि पर काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जा रहा है।
बता दें कि, इस समय प्रदेश में 40 स्थानों पर जंगल धधक रहे हैं। प्रदेश में लगातार बढ़ रही जंगल की आग को देखते हुए अब वन विभाग के सभी अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को हुई आपात बैठक में यह आदेश जारी किया। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शासन, पुलिस और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, सभी जिलाधिकारियों के साथ वनाग्नि प्रबंधन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्यक्षेत्र में बने रहने को कहा है।
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