देहरादून
शहरी विकास मंत्रालय की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण कराया गया था। इसकी रैंकिंग एक अक्तूबर को जारी होगी, जिसके लिए प्रदेश के छह निकायों डोईवाला, लंढौर कैंट, नरेंद्र नगर, रामनगर, देहरादून नगर निगम और हरिद्वार नगर निगम का चयन हुआ है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार उत्तराखंड के छह निकायों को पुरस्कार दिया जाएगा। यह अपनी श्रेणी में श्रेष्ठ स्थानों के लिए चुने गए हैं। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एक अक्तूबर को दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में निकायों को सम्मानित करेंगी। इसके साथ ही राज्य स्तर पर शहरी विकास विभाग को भी सम्मानित किया जाएगा।
शहरी विकास मंत्रालय की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण कराया गया था। इसकी रैंकिंग एक अक्तूबर को जारी होगी, जिसके लिए प्रदेश के छह निकायों डोईवाला, लंढौर कैंट, नरेंद्र नगर, रामनगर, देहरादून नगर निगम और हरिद्वार नगर निगम का चयन हुआ है। इन निकायों का चयन श्रेष्ठतम निकायों में हुआ है।
शहरी विकास विभाग को इस संबंध में पुरस्कृत होने की सूचना मिल चुकी है। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल एक अक्तूबर को दिल्ली में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से यह सम्मान ग्रहण करेंगे। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए शहरी विकास विभाग को भी पुरस्कृत किया जाएगा। शहरी विकास निदेशक नवनीत पांडेय ने बताया कि छह निकायों और राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए शहरी विकास निदेशक को चुना गया है।
मंत्री ने दी निकायों को बधाई स्वच्छ भारत मिशन में प्रदेश के छह निकायों के चयन होने पर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने निकायों को बधाई दी है। साथ ही 100 से कम निकाय वाले राज्यों में उत्तराखंड का स्थान शीर्ष तीन में आने पर मुख्यमंत्री और जनता को बधाई दी। मंत्री अग्रवाल ने बताया कि चयनित निकायों का आकलन ओडीएफ, गार्बेज फ्री सिटी स्टार रेटिंग, साल भर में किए गए डॉक्यूमेंटेशन, स्वच्छता विशेषज्ञों के आकलन व नागरिकों की प्रतिक्रिया के आधार पर किया गया है।
मंत्री अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम हरिद्वार निकाय का चयन देशभर के करीब 62 गंगा नदी के समीपवर्ती निकायों की सूची में प्रथम स्थान पर किया गया है। पूर्व में बनारस को प्रथम स्थान मिला था। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में देशभर के लगभग 18और कुछ केंद्र शासित प्रदेश में 100 से कम निकायों की संख्या है, उनमें उत्तराखंड ने शीर्ष तीन में जगह बनाई है।
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