देहरादून
यूपी के जमाने से ही राजनीतिक लोगों में खासी पैठ रखने वाले आईएएस रामविलास यादव जेल भेज दिए गए है। उन पर आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप है। विजिलेंस ने 14 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद बीती रात करीब 2 बजकर 15 मिनट पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
उत्तराखंड में आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार आईएएस अधिकारी राम विलास यादव के बाद अब उनकी पत्नी की मुश्किलें बढ़ गई है। पूछताछ में आईएएस ने अपनी पत्नी का नाम लिया है। मामले को लेकर विजिलेंस का बड़ा बयान सामने आया है।
विजिलेंस की टीम ने बताया है कि पूछताछ में कई सवालों का जवाब नहीं मिल पाये। आईएएस ने सवालों के जवाब में कहा है कि उन्हें कुछ नहीं पता उनकी पत्नि को पता है। इन सवालों के जवाब व पुख्ता तथ्यों के लिए अब विजिलेंस रामविलास यादव की पत्नी कुसुम विलास यादव से पूछताछ करेगी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तराखंड विजिलेंस के एडीजी अमित सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जिस तरह से हाईकोर्ट के आदेश पर उन्हें विजिलेंस ऑफिस में दस्तावेज और सुबूत के पेपर लेकर पहुंचना था, ऐसा रामविलास यादव ने कुछ नहीं किया। ना ही आय से अधिक संपत्ति जांच की किसी बात का उन्होंने संतुष्ट करने वाला कोई जवाब दिया।
आईएएस अधिकारी रामविलास यादव की पत्नी को भी विजिलेंस ने नोटिस भेजा था लेकिन कुसुम विलास यादव नहीं पहुंची। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान हर बात पर आईएएस रामविलास यही कहते रहे कि उन्हें कुछ नहीं पता । पत्नी को पता है। बताया जा रहा है कि ज्यादातर जमीन के कागजों में पति पत्नी दोनों के नाम है ऐसे में विजिलेंस उनकी पत्नी से भी पूछताछ करेगी।
बता दें कि, उत्तराखंड सरकार ने राम विलास यादव को उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले के चलते निलंबित कर दिया था। विजिलेंस अधिकारियों के मुताबिक, आईएएस अधिकारी को दिन भर की पूछताछ के बाद बीती देर रात में अरेस्ट कर लिया गया था।
आय से अधिक संपत्ति में फंसे आईएएस रामविलास यादव आगामी 30 जून 2022 को रिटायर होने जा रहे थे। इससे पहले ही उन को सस्पेंड करने के बाद गिरफ्तारी हुई है। इस कार्रवाई से अब यादव की सेवानिवृत्ति, ग्रेच्युटी फंड जैसी धनराशि और पेंशन तक रुक सकती है। विजिलेंस टीम उन्हें रिमांड पर ले सकती है।
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