December 3, 2024

स्मार्ट सिटी के कार्यों पर फिर से राजनीति शुरू, विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के विधायक भी खड़े करने लगे हैं सवाल, जनता भी पूछ रही है कि देहरादून कब बनेगा स्मार्ट..?

मथुरा दत्त जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस 

देहरादून

स्मार्ट सिटी के कार्यों पर फिर से राजनीति शुरू हो गई है .. क्योंकि राजधानी स्मार्ट तो बनी नहीं लेकिन स्मार्ट सिटी परियोजना के अधूरे कार्यों से आम जनता जरूर परेशान हो गई है। उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून इन दिनों स्मार्ट सिटी परियोजना के आधे अधूरे कार्यों के चलते आम जनता के लिए मुसीबत बनी हुई है। स्मार्ट सिटी परियोजना के आधे अधूरे कार्यों पर पहले जहां विपक्ष सवाल खड़े करता था .. वहीं अब विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के विधायक भी सवाल खड़े करने लगे हैं .. और अधिकारियों मांग कर रहे है की देहरादून में कुछ तो स्मार्ट बनाकर दिखाओ ।

उत्तराखंड में प्री मानसून अपनी दस्तक दे चुका है … और प्री मानसून की पहली बारिश में ही स्मार्ट सिटी के सुंदरता और व्यवस्था वाले सभी दावे सरकार के फेल हो रहे हैं …  ऐसे में यह समझा जा सकता है कि इन सब परेशानियों के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार स्मार्ट सिटी परियोजना के आधे अधूरे कार्य हैं …  जो जनता के लिए मुसीबत और सरकार के लिए चुनौती बन रहे हैं। स्मार्ट सिटी के इन आधे अधूरे कार्यों पर आप राजपूर से भाजपा विधायक खजान दास ने भी सवाल खड़े किए हैं …  और मांग करी है कि अगर अधिकारी समय रहते आधे अधूरे कार्यों को पूरा नहीं करते हैं तो फिर जनता की मुसीबतें और बढ़ सकती है .. जो सरकार और प्रशासन के लिए सही नहीं है।

जबकि दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही है कि स्मार्ट सिटी के नाम पर जनता को परेशान करने का काम देहरादून में किया जा रहा है और अधिकारी परियोजना के बजट को कहीं और ठिकाने लगाने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने कहा की विपक्ष के आरोपों की पुष्टि अब सत्ता पक्ष के विधायक भी करने लगे है। क्योंकि जनता उनसे भी सवाल पूछ रही है की देहरादून कब स्मार्ट बनेगा ।

आपको बता दें कि पिछले 5 सालों से देहरादून में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं जिसमें 578 करोड रुपए खर्च भी हो चुके हैं लेकिन इतना बजट खर्च होने के बाद भी देहरादून स्मार्ट बनना तो दूर जनता की मुसीबतें बढ़ाने वाला नजर आने लगा है और अब यह मुसीबतें दुबूली होने जा रही है क्योंकि मानसून भी अपनी दस्तक दे चुका है।